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BHOPAL NEWS - मुकेश मोदी ने भी कहा, चिराग पासवान के कारण ED की रेड पड़ी है

JAYSHRI GAYATRI FOOD PRODUCTS PRIVATE LIMITED की मालकिन पायल मोदी के बाद उनके पति और कंपनी के डायरेक्टर MUKESH MODI ने भी परिवर्तन निदेशालय द्वारा की गई छापामार कार्रवाई के लिए केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को जिम्मेदार बताया है। मुकेश मोदी ने कहा कि, पिछले 1 साल से हमें बर्बाद करने की कोशिश की जा रही है और हमें किसी तरफ से कोई मदद नहीं मिली। हम बर्बाद हो गए हैं और सरकार की तरफ से मदद नहीं मिली तो कारोबार बंद कर देंगे। 

मोदी को अपने पार्टनर्स पर शक क्यों है

जयश्री गायत्री फूड्स प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर किशन मोदी ने अपने बयान में कहा कि, उनके पूर्व पार्टनर वेद प्रकाश पांडे और चंद प्रकाश पांडे ने उन्हें पहले ही बता दिया था कि उनके यहां ईडी की रेड होगी। जब मोदी इस मामले में समझौता करने गए तो उन्हें यह कहकर टाल दिया गया कि 28 या 29 जनवरी को कुछ बड़ा होगा। 27 जनवरी को वेद प्रकाश पांडे ने फोन कर पूछा कि उनका कोई फ्लैट चूना भट्‌टी में है क्या? मोदी को याद नहीं था इसलिए उन्होंने अपनी पत्नी से इस बारे में पूछा। तब पता चला कि चूना भट्‌टी वाले फ्लैट में उनके ससुर रहते थे। वह फ्लैट लंबे समय से बंद पड़ा है। इसके बाद वेद प्रकाश पांडे ने फोन काट दिया। अगले दिन ईडी ने उसी फ्लैट पर छापा मारा, जहां से कुछ नहीं मिला।

पायल ने खुद फोन करके बताया था

किशन मोदी ने बताया- जब मेरी पत्नी की दोस्त का फोन आया तो मुझे लगा कि वह मजाक कर रही होगी। लेकिन वह बताते-बताते रोने लगी तो मैं घबरा गया, तुरंत घर पहुंचा और पायल को अस्पताल ले गया। डॉक्टरों के मुताबिक, उनकी हालत अभी भी नाजुक है।

मोदी ने यह भी कहा- पायल ने एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसे उसने अपनी दोस्त को दिया था। नोट में लिखा है कि केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, चंद्र प्रकाश पांडे, वेद प्रकाश पांडे, सुनील त्रिपाठी, भगवान सिंह मेवाड़ा और हितेष पंजाबी ने मिलकर उनकी कंपनियों पर छापे डलवाए। ये सभी मंत्री पासवान की राजनीतिक ताकत का इस्तेमाल कर CGST, FSSAI, EOW और ED जैसी एजेंसियों से कार्रवाई करवा रहे थे, जिससे उनका परिवार लंबे समय से परेशान था।

नोट में यह भी लिखा है कि हरीपुर स्थित फैक्ट्री में पार्टनर रहे वेद प्रकाश पांडे और चंद्र प्रकाश पांडे ने पूर्व सीईओ सुनील त्रिपाठी के साथ मिलकर करीब 80 करोड़ रुपए का गबन किया था। इस मामले में जून में हबीबगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी। इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

एक साल में पांच रेड, लाइसेंस भी रद्द

किशन मोदी ने कहा, 'हम एक साल से बहुत परेशान चल रहे हैं। 80 करोड़ के गबन मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। पुलिस ने सुनील त्रिपाठी को गिरफ्तार किया था। उसने ही चंद्र प्रकाश पांडे के नाम का खुलासा किया था। चंद्र प्रकाश, चिराग पासवान के जीजा हैं। इसका फायदा उठाकर वे हमारे ऊपर दबाव बना रहे हैं। इसी सिलसिले में हमारे ऊपर पिछले एक साल में पांच रेड हो चुकी हैं हमारा लाइसेंस रद्द कर दिया गया है।

दो महीने बंद रही फैक्ट्री, ब्रांड वैल्यू खत्म

किशन मोदी ने आगे कहा- हमारा एफएससीसीआई का लाइसेंस भी रद्द कर दिया गया। हर चीज का नियम होता है। अगर कोई गलती हुई है तो वॉर्निंग लेटर मिलता है। लेकिन रातोरात लाइसेंस रद्द करने से दो महीने हमारी फैक्ट्री भी बंद रही।

इसके बाद थोड़ा स्टेबल हुए तो प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने गेट पर नोटिस चिपका दिया कि अब आपकी फैक्ट्री बंद है। आप पॉल्यूशन फैला रहे हो। इससे करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ, हमारी ब्रांड वैल्यू भी खत्म हो गई।

ईओडब्ल्यू की रेड के समय मैं अपना ऑपरेशन करवा रहा था। पूरा बिजनेस ठप होने की वजह से हम एनपीए की स्थिति में हैं।

सब जगह शिकायत की, कोई सुनवाई नहीं हो रही

मोदी ने कहा- हमने मामले की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तक शिकायत की। हर जगह लेटर डाला, मगर इन लोगों ने इतना पॉलिटिकल प्रेशर बना रखा है कि मेरी पूरी फाइल ही बंद करवा दी गई है। क्राइम ब्रांच ने भी इन्वेस्टिगेशन नहीं की है। मैं और मेरा परिवार दहशत में हैं। मुझे लगता है कि हम लोग सर्वाइव नहीं कर पाएंगे। मैं सरकार से सुरक्षा की मांग करता हूं। सरकार अगर कहती है कि व्यापार बंद कर दूंगा लेकिन जिन्होंने हमारे साथ गलत किया है कि उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
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