भोपाल मंडल रेल प्रशासन फेल साबित हो रहा है। भोपाल से प्रयागराज महाकुंभ के लिए रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ बढ़ती जा रही है। यहां से कम से कम 6 डायरेक्ट ट्रेनों की जरूरत है परंतु भोपाल मंडल की ओर से केवल एक ट्रेन चलाई जा रही है। बाकी सारी ट्रेन किसी डर के स्टेशन से प्रारंभ होकर भोपाल होते हुए प्रयागराज जा रही है। इन ट्रेनों में खड़े होने के लिए भी जगह नहीं है।
सिर्फ कहने के लिए भोपाल से प्रयागराज के लिए 6 ट्रेन
भोपाल मंडल के रेलवे चार्ट के हिसाब से भोपाल से प्रयागराज जाने के लिए अच्छे ट्रेन संचालित हो रही है परंतु यह संख्या सिर्फ देखने के लिए है। सभी ट्रेन किसी और स्टेशन से प्रारंभ होकर भोपाल होते हुए प्रयागराज जा रही है। ट्रेनों की हालत ऐसी है कि उनमें खड़े होने के लिए भी जगह नहीं है।
1. गाड़ी संख्या 01025 बलिया स्पेशल ट्रेन सुबह 4:05 बजे रानी कमलापति स्टेशन से चलती है और शाम 6:30 बजे प्रयागराज जंक्शन पर पहुंचती है। यह ट्रेन हफ्ते में तीन दिन मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को चलती है।
2. गाड़ी संख्या 11071 कामायनी एक्सप्रेस ट्रेन हफ्ते में सातों दिन सुबह 03:53 बजे रानी कमलापति स्टेशन से निकलती है, जो 15:45 मिनट पर प्रयागराज जंक्शन पहुंच जाती है।
3. गाड़ी संख्या 15560 दरभंगा एक्सप्रेस ट्रेन सप्ताह में एक दिन शनिवार को सुबह 8:20 बजे बैरागढ़ से निकलती है, जो शाम को 6 बजे प्रयागराज पहुंचती है।
4. गाड़ी संख्या 14115 प्रयागराज एक्सप्रेस ट्रेन सातों दिन शाम 16:20 बजे भोपाल के संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन से निकलती है और सुबह 6 बजे प्रयागराज पर पहुंचती है।
5. गाड़ी संख्या 19483 बरौनी एक्सप्रेस ट्रेन गुरुवार छोड़कर सप्ताह में 6 दिन शाम 17:40 बजे रानी कमलापति स्टेशन से निकलती है. सुबह 07:18 बजे प्रयागराज पहुंचती है।
6. गाड़ी संख्या 19489 गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेन सोमवार छोड़कर सप्ताह में 6 दिन शाम को 20:45 पर भोपाल के संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन से निकलती है और सुबह 08:45 पर प्रयागराज पहुंच जाती है।
भोपाल से प्रयागराज डायरेक्ट अप डाउन ट्रेन चाहिए
भोपाल में रेल यात्रियों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि भोपाल से प्रयागराज डायरेक्ट अप डाउन के लिए कम से कम दो ट्रेन चाहिए। यदि दूसरे माध्यम की बात करें तो भोपाल से प्रयागराज के लिए एक भी डायरेक्ट फ्लाइट नहीं है। भोपाल से प्रयागराज के लिए बसों की संख्या भी बहुत कम है। लोगों को प्राइवेट टैक्सी से जाना पड़ रहा है। टैक्सी वाले भी सामान्य से बहुत अधिक किराया ले रहे हैं। परिवहन विभाग वाले सौरभ शर्मा कांड में उलझे हुए हैं। वह ना तो बेसन की किराए पर कंट्रोल कर रहे हैं और ना ही प्राइवेट टैक्सी वालों की मनमानी पर कोई लगाम लगा पा रहे हैं।