CM Sir, MP के बच्चों को भी विज्ञान विषय पढ़ने का अवसर मिलना चाहिए - KHULA KHAT

मध्य प्रदेश सरकार में स्कूल शिक्षा विभाग में शिक्षकों की व्यवस्था और हालात किसी से छुपी नहीं है,स्कूल में पढ़ाने के लिए टीचर उपलब्ध नहीं है और जब भर्ती प्रक्रिया की बारी आती है तो स्कूलों में रिक्त पद ही नहीं है। इसी का ताजा उदाहरण MPESB द्वारा जारी माध्यमिक शिक्षक और प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा की रूलबुक में देखने को मिला है, जिसके अंतर्गत शिक्षक पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थियों के साथ बहुत नए प्रयोग किए गए हैं। 

MPESB MADHYAMIK SHIKSHAK AND PRIMARY SHIKSHAK RULE BOOK SCIENCE POST

मध्यप्रदेश शासन, स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत माध्यमिक शिक्षक (विषय, खेल एवं संगीत-गायन वादन), प्राथमिक शिक्षक (खेल, संगीत-गायन वादन एवं नृत्य) तथा मध्यप्रदेश शासन, जनजातीय कार्य विभाग के अंतर्गत माध्यमिक शिक्षक (विषय), प्राथमिक शिक्षक (खेल एवं संगीत-गायन वादन एवं नृत्य) चयन परीक्षा - 2024 की रूल बुक जारी की गई जिसके अनुसार स्कूल शिक्षा विभाग के अंतर्गत "विज्ञान" विषय के लिए एक भी पद जारी नहीं किया गया एवं जनजातीय कार्य विभाग के अंतर्गत विज्ञान विषय के सिर्फ 14 पद दिए गए हैं। जो की विभिन्न कैटिगरीज में बटे हुए हैं जिसमें से 50% पद अतिथि शिक्षकों के लिए आरक्षित है जबकि बाकी के 50% में ओपन पद हैं। (REFRANCE MPESB RULEBOOK PAGE NO 25 & 27)

MPESB MPTET SCIENCE CANDIDATES POINT OF VIEW

MPESB द्वारा जारी रूल बुक के अनुसार MPTET 2018 और 2023 परीक्षा पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थी चयन परीक्षा के लिए अप्लाई कर सकते हैं जिन अभ्यर्थियों ने 2018 में पात्रता परीक्षा पास की थी वह दो बार परीक्षा होने से परेशान थे फिर भी उन्होंने हिम्मत की और आगे की तैयारी की जबकि जिन अभ्यर्थियों ने 2023 की भी परीक्षा पास कर रखी है, वह इंतजार में थे कि कब चयन परीक्षा आएगी और उनका चयन होगा और जब 2024 के अंत में विज्ञापन जारी किया गया और साल 2025 में नया नोटिफिकेशन एवं रूल बुक आई तो उसमें विज्ञान विषय के उम्मीदवारों के साथ भेदभाव पूर्ण व्यवहार किया गया।

MP EDUCATION SCHOOL STUDENTS STATUS

जब एक अभ्यर्थी अपनी तैयारी शुरू करता है तो उसके साथ बहुत सारे तरीके की नेगेटिव -पॉजिटिव THOUGHTS साथ होते हैं इस तरीके से किसी विषय विशेष की पोस्ट गायब कर देना कोई प्रशंसा योग्य कार्य नहीं है। या तो मध्य प्रदेश सरकार स्कूलों में विज्ञान विषय को समाप्त करना चाहती है या फिर बच्चों में विज्ञान विषय को लेकर जो फोबिया है उसे और ज्यादा बढ़ाना चाहती है या फिर मध्य प्रदेश सरकार चाहती है की बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास ही ना हो क्योंकि ऐसा नहीं है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों में टैलेंट की कमी है,बस उन्हें सही मार्गदर्शन नहीं मिलता जिसके कारण वह आगे नहीं बढ़ पाते और उसके लिए कहीं ना कहीं सरकार ही जिम्मेदार है।
CM SIR ,कृपया MPESB की व्यवस्थाओं में भी सुधार कीजिए।
निवेदक - मध्य प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण, विषय -विज्ञान,
मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षक चयन परीक्षा 2024 की तैयारी करने वाले समस्त अभ्यर्थी

अस्वीकरण: खुला-खत एक ओपन प्लेटफार्म है। यहां मध्य प्रदेश के सभी जागरूक नागरिक सरकारी नीतियों की समीक्षा करते हैं। सुझाव देते हैं एवं समस्याओं की जानकारी देते हैं। पत्र लेखक के विचार उसके निजी होते हैं। यदि आपके पास भी है कुछ ऐसा जो मध्य प्रदेश के हित में हो, तो कृपया लिख भेजिए हमारा ई-पता है:- editorbhopalsamachar@gmail.com

विनम्र अनुरोध🙏कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। इसी प्रकार मध्य प्रदेश के कुछ जागरूक नागरिकों द्वारा उठाए गए मुद्दों को पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में Khula Khat पर क्लिक करें।

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!
$("#merobloggingtips-before-ad .widget").each(function () { var e = $(this); e.length && e.appendTo($("#before-ad")) }), $("#merobloggingtips-after-ad .widget").each(function () { var e = $(this); e.length && e.appendTo($("#after-ad")) });