FIITJEE कोचिंग सेंटर के संचालक डीके गोयल के सभी लीगल एड्रेस पर मध्य प्रदेश पुलिस की छापामार कार्रवाई शुरू हो गई है। भोपाल पुलिस कमिश्नर ने बताया कि टीमों का गठन किया गया है। एक टीम दिल्ली में है और डीके गोयल को गिरफ्तार करने की कोशिश कर रही है। इधर भोपाल में पेरेंट्स द्वारा लगातार प्रदर्शन जारी है।
कलेक्टर ने 2 SDM को कार्रवाई के निर्देश दिए
भोपाल के पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र ने कहा कि हमारी टीम गोयल के मूवमेंट पर नजर बनाए हुए है और उसके ठिकानों की सघनता से तलाशी ली जा रही है। इधर, जिला प्रशासन भी फिट्जी कोचिंग को लेकर बड़ी कार्रवाई करने वाला है। भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने एमपी नगर एसडीएम एलके खरे और बैरागढ़ एसडीएम आदित्य जैन को कार्रवाई करने को कहा है। इसके बाद कोचिंग सेंटर को सील किया जाएगा।
15 दिसंबर को दर्ज की गई FIR
फिट्जी (FIITJEE) कोचिंग सेंटर के संचालक डीके गोयल समेत 4 लोगों पर भोपाल के एमपी नगर थाने में धोखाधड़ी समेत अन्य धाराओं में 15 दिसंबर को एफआईआर की गई है। कोचिंग स्टूडेंट्स की शिकायत पर ये कार्रवाई की गई है। शिकायत के मुताबिक, कोचिंग सेंटर अचानक बंद किए जाने की वजह से हर पैरेंट्स के लगभग 2 लाख रुपए फंसे हुए हैं। कुल मिलाकर यह राशि करीब 12-15 करोड़ रुपए तक पहुंचती है।
इस मामले ने न केवल बच्चों के भविष्य को खतरे में डाला है बल्कि अभिभावकों को भी आर्थिक रूप से परेशान कर दिया है।
कोचिंग के खिलाफ सख्त गाइडलाइन की मांग
मंगलवार को भोपाल में फिट्जी कोचिंग सेंटर के बाहर अभिभावकों ने जमकर नारेबाजी की। उन्होंने मांग की है कि कोचिंग संस्थान के मालिक डीके गोयल को जल्द गिरफ्तार किया जाए। उसका बैंक अकाउंट सीज कर अभिभावकों के सारे पैसे लौटाए जाएं।
अभिभावकों ने कोचिंग संस्थानों के खिलाफ सख्त गाइडलाइन बनाने की भी मांग की है ताकि आगे से कोई भी सेंटर ऐसी धोखाधड़ी न कर सके।
पैरेंट्स अखिलेश अग्रवाल ने कहा कि हमने इसको लेकर कलेक्ट्रेट और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। अभी तक प्रशासन या पुलिस की तरफ से कोई भी जवाब नहीं मिला है। बता दें कि चार दिन पहले भी पैरेंट्स फिट्जी इंस्टीट्यूट पहुंचे थे। यहां प्रदर्शन भी किया था।
अभिभावक बोले- बच्चों पर बुरा असर पढ़ रहा
अभिभावक इप्शिता ने कहा- कोचिंग सेंटर के बंद होने से बच्चों की बोर्ड परीक्षाओं को लेकर चिंता बढ़ गई है। उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। अगर ऐसी स्थिति में बच्चे कोई गलत कदम उठा लेते हैं तो उसका जिम्मेदार कौन होगा?
मुकेश महावर बोले- मेरा बेटा आदित्य महावर 11वीं क्लास में है। फिट्जी बंद होने से वह डिप्रेशन में है। हमारी सरकार से मांग है कि हर अभिभावक से लाखों रुपए लेकर भागे फिट्जी के मालिक डीके गोयल की जल्द गिरफ्तारी हो और अभिभावकों के सारे पैसे वापस हों।
कलेक्ट्रेट ने कोचिंग सेंटर का गुमास्ता रद्द किया
वहीं, अखिलेश अग्रवाल ने बताया कि उनका बेटा पिछले चार साल से फिट्जी का इंटीग्रेटेड कोर्स कर रहा था। 9वीं और 10वीं क्लास सुचारू रूप से चलीं लेकिन दिसंबर के पहले सप्ताह में जानकारी मिली कि फिट्जी कोचिंग बंद हो गई है। इससे करीब 700 अभिभावकों के पैसे फंस गए हैं।
अग्रवाल ने कहा- शिकायत के बाद कलेक्ट्रेट ने कोचिंग सेंटर का गुमास्ता रद्द कर दिया है। प्रशासन की ओर से अभिभावकों को उनके फंसे पैसे वापस दिलाने का आश्वासन मिला है। हालांकि, पुलिस की तरफ से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
पुलिस ने कोचिंग स्टाफ को पक्ष रखने के लिए बुलाया था
इससे पहले शनिवार को फिट्जी कोचिंग सेंटर के 25 से ज्यादा स्टूडेंट्स और पैरेंट्स ने हंगामा किया था। उन्होंने कोचिंग संचालक के खिलाफ फीस हड़पने के आरोप लगाए थे। इसके बाद पुलिस ने कोचिंग स्टाफ को पक्ष रखने के लिए बुलाया था।
दूसरी तरफ, फिट्जी के सेंटर हेड ने एक पत्र जारी कर कहा है कि उनके हाथ में कुछ भी नहीं है। पैरेंट्स अपनी रकम दिल्ली सेंटर से मांगे। भोपाल सेंटर के संचालक केके पांडे भी इस बारे में बात नहीं कर रहे हैं। बता दें कि देशभर के विभिन्न शहरों में फिट्जी की 72 कोचिंग क्लासेस हैं।
FIITJEE DELHI - भोपाल में 15 करोड़ का मामला
- दिल्ली की फिट्जी कोचिंग सेंटर की देशभर में कुल 72 ब्रांच हैं।
- भोपाल ब्रांच में करीब 700 स्टूडेंट्स के एडमिशन हैं।
- हर स्टूडेंट से 2 से 3 लाख रुपए तक फीस ली जाती है।
- शिकायत के बाद कलेक्ट्रेट ने कोचिंग सेंटर का गुमास्ता रद्द कर दिया है।
- पुलिस 100 से अधिक अभिभावकों के स्टेटमेंट दर्ज कर चुकी है।