भारत के सबसे प्रतिष्ठित सांस्कृतिक समारोहों में से एक " लोकरंग" का शुभारंभ आज मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बड़ी ही धूमधाम के साथ हुआ। लोकरंग के 40 वर्ष पूर्ण हो जाने पर 40 वाद्य यंत्रों की संगति में नाद से पूरा पंडाल झूम उठा। भोपाल में लोकरंग फेस्टिवल 30 जनवरी तक चलेगा। रविंद्र भवन में लोकरंग फेस्टिवल प्रतिदिन दोपहर 2:00 बजे से प्रारंभ होगा और सभी दिनों के कार्यक्रम इस प्रकार हैं:-
LOKRANG BHOPAL - List of programs
इस समारोह में 300 से अधिक शास्त्रीय, लोक और जनजातीय पारंपरिक वाद्ययंत्रों की प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है। 27 जनवरी को "लोकरंग" के चालीस वर्षों की यात्रा को चालीस वाद्यों की संगति में नाद समन्वित प्रस्तुति के रूप में दर्शाया जाएगा, जिसका निर्देशन प्रसिद्ध सितार वादिका स्मिता नागदेव करेंगी।
इसके साथ ही, लोकवार्ता में संस्कृति विभाग द्वारा "परंपरा में वाद्य" विषय पर संगोष्ठी का आयोजन भी किया जाएगा। समारोह के अंतिम दिन, 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर माधवास रॉक बैंड, वृंदावन से भक्ति संगीत की प्रस्तुति होगी।
कार्यक्रम में रोजाना विशेष लोक गायन की प्रस्तुतियां
- 27 जनवरी को बघेली लोक गायन,
- 28 जनवरी को बुंदेली लोक गायन,
- 29 जनवरी को मालवी एवं निमाड़ी लोक गायन की प्रस्तुति होगी।
इसके साथ ही, 27 से 29 जनवरी तक शाम 06 बजे से 'देशराग' कार्यक्रम के तहत विभिन्न कलाकारों की प्रस्तुतियां भी आयोजित की जाएगी।
- 27 जनवरी को जितेंद्र चौरसिया एवं साथी, महोबा द्वारा आल्हा गायन।
- 28 जनवरी को जस्सु मांगणियार एवं साथी, जयपुर द्वारा मांगणियार लोक गायन।
- 29 जनवरी को सुश्री रश्मि प्रिया झा एवं साथी, मुंबई द्वारा मैथिली लोक गायन की प्रस्तुति दी जाएगी।
फूड जोन में बुंदेली और मराठी के प्रति दीवानगी
लोकरंग फेस्टिवल का दूसरा आकर्षण फूड जोन है। यहां विभिन्न क्षेत्रों के ट्रेडिशनल फूड उपलब्ध है। सभी क्षेत्रों के स्वाद का अपना आकर्षण है। सबसे ज्यादा बुंदेली और मराठी फूड्स को पसंद किया जा रहा है।