26 जनवरी 2025 के दिन जब पूरे भारत में गणतंत्र दिवस समारोह मनाया जा रहा था। परेड की सलामी ली जा रही थी तब मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में 200 विद्यार्थियों की एक रैली निकाल रही थी। देखने वालों को लगा कि यह किसी स्कूल की परेड है लेकिन विद्यार्थी अपने स्कूल प्राचार्य के खिलाफ कलेक्टर ऑफिस का घेराव करने के लिए आगे बढ़ रहे थे। इस विरोध प्रदर्शन के कारण कलेक्टर ने स्कूल के प्राचार्य को पद से हटा दिया है।
पुलिस वाले भी रोक नहीं पाए, सभी स्टूडेंट्स सीधे कलेक्ट्रेट पहुंचे
मामला, खरगोन जिले के मेनगांव एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूल का है। छात्र सुबह 8 बजे मेनगांव से निकले। 200 विद्यार्थियों ने रैली के रूप में पैदल चलते हुए 12 किलोमीटर लंबी यात्रा तय की। जनजातीय कार्य विभाग के अधिकारियों को, जैसे ही इसकी जानकारी मिली, वे छात्रों से मिलने निकले, लेकिन इससे पहले ही छात्र जिला मुख्यालय पहुंच चुके थे। दो घंटे तक लगातार पैदल चलकर कलेक्ट्रेट पहुंचे छात्रों से पुलिसकर्मियों ने बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन छात्रों ने उनसे कुछ नहीं कहा। छात्रों की मुलाकात अपर कलेक्टर रेखा राठौर से हुई। स्टूडेंट्स ने बताया कि उन्हें अभी तक किताबें नहीं मिली हैं। स्कूल की प्राचार्य प्रवीणा दहिया छात्रों और अभिभावकों के साथ दुर्व्यवहार करती हैं। बच्चों के साथ अनावश्यक दंडात्मक कार्रवाई की जाती है।
कलेक्टर ने जांच के लिए कमेटी बनाई
कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने प्रवीणा दहिया को तत्काल प्रभाव से प्राचार्य पद से हटा दिया है। अपर कलेक्टर ने बताया कि छात्रों की शिकायतों की जांच के लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया गया है। प्रशासन ने नए प्राचार्य की नियुक्ति की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
पहले भी बनाई कमेटी, लेकिन समाधान नहीं हुआ
इसके पहले भी दो बार स्टूडेंट्स पैदल कलेक्टर से मिलने पहुंच चुके हैं। तब उन्हें 3 किलोमीटर चलने के बाद मेनगांव में रोककर वापस बस में बैठाकर हॉस्टल भिजवा दिया गया था। तब उन्हें यह आश्वासन दिया गया था कि कमेटी बना दी गई है। वह समस्याओं का निराकरण कर देगी। बच्चों ने भी उन्हें एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया था। परेशानी हल नहीं होने पर छात्रों ने 26 जनवरी को फिर पैदल मार्च किया।