MUTUAL FUND, विज्ञापन में तो सही है लेकिन रियल लाइफ में थोड़ी गड़बड़ है। एक तरफ फंड मैनेजर पब्लिक से फीस लेता है और फिर उनके पैसों पर मनमानी करता है। इसलिए लोग अब MUTUAL FUND SIP का विकल्प ढूंढ रहे हैं। हम आपको बताते हैं कि, NPS से बढ़िया कोई विकल्प नहीं हो सकता। यहां आपके इन्वेस्टमेंट पर सरकार की गारंटी है और रिटर्न बंपर मिलता है।
NPS क्या है
NPS अर्थात नेशनल पेंशन स्कीम एक मार्केट लिंक्ड स्कीम है। आप इसे दूसरे शब्दों में सरकारी MUTUAL FUND SIP बोल सकते हैं, क्योंकि इसमें फंड मैनेजर सरकारी होते हैं। इसमें जो भी आप कॉन्ट्रीब्यूट करते हैं, उसका रिटर्न स्टॉक मार्केट के हिसाब से तय होता है। इस प्रकार MUTUAL FUND और NPS में सब कुछ सामान है। बस एक अंतर है। MUTUAL FUND के फंड मैनेजर प्राइवेट होते हैं। NPS के फंड मैनेजर सरकारी होते हैं।
NPS, MUTUAL FUND से बेहतर कैसे हैं
MUTUAL FUND SIP केवल वही लोग करते हैं जो अपने जीवन में सेविंग और इन्वेस्टमेंट के अनुशासन का पालन नहीं कर पाते हैं। उन्हें संतोष होता है कि हर महीने एक निश्चित तारीख पर, एक निश्चित धनराशि उनके बैंक अकाउंट से निकलकर स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट हो जाती है। अब तक हमेशा बैंक की फिक्स्ड डिपॉजिट से ज्यादा रिटर्न मिला है इसलिए ज्यादा सवाल जवाब भी नहीं करते। जबकि एक्चुअल में फंड मैनेजर आपसे फीस लेते हैं और आपकी धनराशि पर मनमानी करते हैं।
निप्पों इंडिया वाला मामला बिल्कुल वैसा ही है। तब यह कंपनी रिलायंस हुआ करती थी। इसके फंड मैनेजर ने पब्लिक का पैसा YES BANK को दे दिया और YES BANK से रिलायंस की दूसरी कंपनियों के लिए फायदा ले लिया। पब्लिक से फंड मैनेज करने की फीस भी ले ली और अंत में YES BANK ने पब्लिक को पेमेंट करने से मना कर दिया। इस प्रकार पब्लिक का पैसा भी डूब गया और इसके लिए पब्लिक को फीस भी देनी पड़ी।
NPS एक सरकारी योजना है इसलिए इसमें ऐसा कुछ भी होने की संभावना बहुत कम है। करोड़ लोगों का पैसा इसमें निवेश हुआ है और नियमित रूप से हो रहा है। कोई भी सरकार NPS के रिटर्न को स्टॉक मार्केट के एवरेज से कम नहीं करेगी क्योंकि उसे मालूम है यदि पब्लिक नाराज हो गई तो लाडली बहना योजना भी बचा नहीं पाएगी।
MUTUAL FUND में आपको जब जरूरत है आप अपना पैसा निकाल सकते हैं लेकिन NPS में ऐसा नहीं है। जब तक आपकी आयु 60 वर्ष नहीं हो जाती तब तक आपको कुछ नहीं मिलेगा। 60 वर्ष की आयु हो जाने पर भी आपको अधिकतम 60% विड्रॉल मिलेगा। बाकी 40% स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट बना रहेगा। इससे मिलने वाला रिटर्न आपको पेंशन के रूप में नियमित रूप से आपके अकाउंट में ट्रांसफर किया जाता रहेगा।
डिस्क्लेमर - यह केवल एक समाचार है जो INDIAN SHARE MARKET के निवेशकों को जानकारी देने के लिए प्रकाशित किया गया है। हम किसी भी कंपनी में INVESTMENT करने अथवा इन्वेस्टमेंट नहीं करने के लिए प्रेरित नहीं करते। कृपया अपने FINANCIAL ADVISOR से परामर्श करें और शेयर मार्केट में अपनी स्टडी के आधार पर निवेश करें।
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