भारत के प्रधानमंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के सर्वमान्य नेता श्री नरेंद्र मोदी ने आज भारतीय जनता पार्टी के सभी जनप्रतिनिधियों को कुछ ऐसे टिप्स दिए जो काम से कम मध्य प्रदेश के लिए बहुत जरूरी थे। उन्होंने बड़े स्पष्ट रूप से बताया कि व्यक्ति नहीं व्यक्तित्व के विकास पर कम कीजिए। वैसे तो यह पीएम मोदी की मोटिवेशनल क्लास थी परंतु इस दौरान उन्होंने उन सभी समस्याओं के समाधान हेतु संकेत दिए, जिन समस्याओं से मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी पीड़ित है।
भोपाल में पीएम मोदी की क्लास ढाई घंटे चली
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली से निकलने से पहले ही 2 दिन मध्य प्रदेश के नाम घोषित कर दिए थे। 24 फरवरी को इन्वेस्टर्स समिट से एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेन्शन सेंटर में भाजपा सांसद, विधायक और पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में सीएम डॉ. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा भी मौजूद रहे। ढाई घंटे तक चली बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने विधायकों को पर्सनालिटी डेवलपमेंट और चुनाव जीतने के टिप्स भी दिए। पीएम मोदी ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा जनता के बीच रहे। जमीन पर रहे, विकास कार्य करते रहे।
मध्य प्रदेश के छह विधायक जो मोदी की नजर में आना चाहते थे
पीएम मोदी ने विधायकों से पूछा कि वे अपने क्षेत्र में विकास के लिए क्या कर रहे हैं। इस सवाल के जवाब में आलोट के विधायक चिंतामणी मालवीय, भोजपुर विधायक सुरेंद्र पटवा और छतरपुर विधायक ललिता यादव समेत 5-6 विधायकों ने ही जवाब दिया।
प्रशासनिक अधिकारी, विधायकों को महत्व क्यों नहीं देते, मोदी ने बताया
पीएम मोदी ने विधायकों से कहा कि विधानसभा में वह तैयारी के साथ जाएं। विधायक जब पूरी तैयारी के साथ बोलते हैं तो अधिकारी प्रभावित होते हैं। वह विधायक अपनी एक अलग पहचान बनाता है। इससे क्षेत्र में काम करवाना आसान होता है। क्षेत्र का विकास होता है तो चुनाव जीतने में भी आसानी होती है।
व्यक्ति नहीं व्यक्तित्व का विकास कीजिए: मोदी का मंत्र
पीएम मोदी ने विधायकों को पर्सनालिटी डेवलपमेंट के भी टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि विधायक खुद के व्यक्तित्व का विकास करेंगे तो क्षेत्र का विकास हो सकेगा। उन्होंने कहा कि विधायक अपने क्षेत्र की जनता और कार्यकर्ताओं से लगातार संपर्क में रहे। उनसे फीडबैक लेते रहे। फीडबैक लेने से भविष्य की योजनाओं को बनाने में सहूलियत होती है।
बैठक के लिए जो मंच बनाया गया था। उस पर पीएम मोदी के अलावा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल और जगदीश देवड़ा बैठे। उनके सामने विधायकों, सांसदों और पदाधिकारियों के बैठने का इंतजाम किया गया था। इस दौरान मुख्यमंत्री और वीडी शर्मा ने 4-4 मिनट का भाषण दिया। इसके बाद पीएम मोदी ने विधायकों से बातचीत की।