मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पहली बार ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया। यही अपने आप में एक बड़ी सफलता है क्योंकि इससे पहले तक कोई यह स्वीकार करने को तैयार ही नहीं था कि भोपाल में इतना बड़ा इवेंट हो सकता है। यह इवेंट टोटल दो दिन यानी 48 घंटे अर्थात 172800 सेकंड चला। कांग्रेस पार्टी ने इसमें से सिर्फ 34 सेकंड के वीडियो को अपने सोशल मीडिया हैंडल्स पर पोस्ट करते हुए, पूरे इवेंट का निष्कर्ष बताने का प्रयास किया है। चलिए इस वायरल वीडियो का पोस्टमार्टम करते हैं और इसकी डीएनए रिपोर्ट बनाते हैं।
ABOUT GIS BHOPAL संक्षिप्त में
Global Investors Summit 2025 कोई पॉलिटिकल, संस्कृत की धार्मिक इवेंट नहीं था बल्कि बिजनेस इवेंट था। इसकी वैल्यू केवल उन्हीं लोगों को समझ में आ सकती है जिन्हें दुकानदारी नहीं बिजनेस समझ में आता है। हर देश और हर राज्य का उद्देश्य होता है कि उसके यहां इतना उत्पादन हो कि उसका निर्यात उसके आयात से अधिक हो जाए। ऐसा होने पर उसे देश अथवा राज्य की जनता पर टैक्स का बोझ कम हो जाता है और बेरोजगारों को रोजगार मिलता है। रोजगार यानी प्राइवेट सेक्टर में नौकरी और बड़ी कंपनियों के लिए एक प्रोफेशनल के तौर पर, सप्लायर के तौर पर, सर्विस प्रोवाइडर के तौर पर काम करने का मौका मिलना।
GIS BHOPAL 2025 का RESULT
गौतम अडानी से लेकर मयुरेश राऊत तक, देश-विदेश के कई प्रतिशत उद्योगपतियों ने मध्य प्रदेश में 30.77 लाख करोड रुपए इन्वेस्ट करने का वचन दिया और यह भी बताया कि उनके कारखानों में, उनकी फैक्ट्रियों में, उनके ऑफिस में टोटल 21 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार दिया जाएगा। बदले में सरकार ने उन्हें कुछ डिस्काउंट और इंसेंटिव ऑफर किए। मध्य प्रदेश के इतिहास में यह अब तक का सबसे बड़ा नंबर है। निश्चित रूप से यह एक आश्वासन है और 5 साल बाद जब इस रिजल्ट की समीक्षा की जाएगी तब यह नंबर कम और ज्यादा भी हो सकता है, लेकिन जीरो नहीं हो सकता। जिन्होंने आश्वासन दिया है वह व्यापारी हैं, नेता नहीं है। सबसे बड़ी बात यह है कि, 21 लाख युवाओं को रोजगार क्रिएट करने का लक्ष्य लेकर मिशन की शुरुआत करना अपने आप में बड़ी बात है।
कांग्रेस द्वारा वायरल वीडियो का पोस्टमार्टम एवं डीएनए रिपोर्ट
कांग्रेस पार्टी को बिजनेस कभी समझ में नहीं आया। उन्हें पॉलिटिक्स समझ में आती है। हर काम में टांग अढ़ाओ और अपना फायदा कमाओ। मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के कुलगुरु श्री दिग्विजय सिंह, इस प्रकार का कभी कोई प्रयास ही नहीं कर पाए। वर्तमान में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी को सेमिनार संबोधित करना नहीं आता। भगवान ने कद-काठी और रूप रंग अच्छा दे दिया है। इसलिए सोशल मीडिया पर वायरल हो जाते हैं। GIS को समझने के लिए, कॉमर्स को समझना जरूरी है।
प्लानिंग तो कुछ और थी, लेकिन फेल हो गई
विपक्ष में बैठी कांग्रेस पार्टी को अपना धर्म तो निभाना था। GIS का कॉमर्स समझ में नहीं आ रहा था। उठाने के लिए सबसे ज्यादा सवाल हैं, लेकिन जब सिलेबस ही समझ में नहीं आ रहा है तो फिर क्या कर सकते हैं। इसलिए कोई विघ्न प्लान किया गया। कांग्रेस के नेता कुछ नया नहीं सो सकती इसलिए यह सारे काम NSUI और युवा कांग्रेस वाले करते हैं। सबसे पहले बोर्ड परीक्षाओं को लेकर हल्ला मचाया गया। NSUI वालों ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया। शहर के हर चौराहे पर, हर बैरिकेडिंग के साथ एक मोबाइल कैमरा तैनात किया गया, लेकिन कांग्रेस पार्टी ने जो बोल पीएम मोदी को बोल्ड करने के लिए डाली थी, मोदी ने उस पर छक्का मार दिया। जब तक परीक्षार्थी परीक्षा कक्षा में नहीं चले गए तब तक पीएम मोदी अपनी कार में ही नहीं बैठे।
लास्ट मिनट पर एक षड्यंत्र सफल हो गया
वायरल वीडियो आपने देखा ही होगा लेकिन फिर भी, नहीं देखा तो इस समाचार में संलग्न कर दिया जा रहा है। समाचार को पढ़ने के बाद देख सकते हैं और देखने के बाद इस पैराग्राफ को फिर से पढ़ सकते हैं। वीडियो में ध्यान से देखिए, मेहमानों की पहचान के लिए उनके गले में जो रिबन पहनाया गया था। इस वीडियो में ज्यादातर लोगों की गले में वह रिबन नहीं है।
- वीडियो सिर्फ 34 सेकंड का है यानी डिस्टरबेंस लंबा नहीं चला था।
- अब वीडियो के बाद वीडियो रिकॉर्डिंग का एंगल देखें।
- रिकॉर्डिंग करने के लिए एक व्यक्ति एक स्थान पर खड़ा हुआ।
- उसका इशारा मिलते ही दो व्यक्तियों ने दो वेटर्स को टारगेट किया।
- इनमें से पहले वाला असफल हो गया।
- दूसरा वाला वेटर की टोकरी को जमीन पर गिराने में कामयाब हो गया।
- जहां पर यह घटनाक्रम हुआ वहां पर मेहमान नहीं बल्कि प्राइवेट कर्मचारी आदि थे।
- भोपाल के कुछ कॉलेजों के विद्यार्थियों को GIS विजिट के लिए लाया गया था। उनमें से भी कुछ उपद्रव कर रहे थे।
अब आप बताइए, जिस इवेंट के कारण मध्य प्रदेश के औद्योगीकरण की शुरुआत हो रही है। उस इवेंट के निष्कर्ष में "ग्लोबल गिद्ध भोज" केवल उसी को दिखाई दे सकता है जिसकी नजर गिद्द जैसी हो। जिसे हरे भरे जंगल में सिर्फ एक डेड बॉडी दिखाई देती है। ✒️उपदेश अवस्थी।
भूख की लूट,
— MP Congress (@INCMP) February 25, 2025
प्लेट झपटने की छूट!#Bhopal | #InvestInMP pic.twitter.com/l4kS6IAjKq