भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित Global Investors Summit 2025 का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने उद्योगपतियों के समक्ष दावा किया कि मध्य प्रदेश में अपार संभावनाएं हैं। यहां पर अपने कारखाने और बड़ी प्रोडक्शन यूनिट लगाकर कारोबारी को कई प्रकार के लाभ होंगे, क्योंकि यहां के लोग मेहनती और ईमानदार हैं। इस दौरान उन्होंने मध्य प्रदेश के बहुत जरूरी की कारण के लिए 18 पॉलिसी लॉन्च की।
List of policies launched by PM Modi in GIS BHOPAL 2025
* मध्य प्रदेश इंडस्ट्रियल प्रमोशन पॉलिसी
* मध्य प्रदेश लॉजिस्टिक्स पॉलिसी
* मध्य प्रदेश एक्सपोर्ट प्रमोशन पॉलिसी
* मध्य प्रदेश एमएसएमई डेवलपमेंट पॉलिसी
* मध्य प्रदेश स्टार्टअप पॉलिसी एंड इम्प्लीमेंटेशन स्कीम
* मध्य प्रदेश ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर पॉलिसी
* मध्य प्रदेश एनीमेशन-विजुअल इफेक्ट-गैमिंग कॉमिक्स एंड एक्सेंटेड रिएलिटी पॉलिसी
* मध्य प्रदेश सेमिकंडक्टर पॉलिसी
* मध्य प्रदेश ड्रॉन प्रमोशन एंड यूसेज पॉलिसी
* मध्य प्रदेश एमपी टूरिज्म पॉलिसी
* मध्य प्रदेश एमपी फिल्म टूरिज्म पॉलिसी
* मध्य प्रदेश सिविल एविएशन पॉलिसी
* मध्य प्रदेश इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी
* मध्य प्रदेश पंप हाईड्रो स्टोरेज स्कीम
* मध्य प्रदेश रिन्यूएबल एनर्जी पॉलिसी
* मध्य प्रदेश सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क डेवलपमेंट एंड एक्सपांशन पॉलिसी
* मध्य प्रदेश हेल्थ सेक्टर इंवेस्टमेंट प्रमोशन स्कीम
* मध्य प्रदेश इंटीग्रेटेड टाउनशिप पॉलिसी
आज की तारीख मध्य प्रदेश के इतिहास में दर्ज, मुख्यमंत्री ने कहा
भोपाल। 24 फरवरी की तारीख मध्यप्रदेश के इतिहास में दर्ज हो गई। सोमवार का दिन राज्य के लिए बड़ा दिन रहा। एक तरफ राजधानी भोपाल के मानव संग्रहालय में वैश्विक सम्मेलन ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2025 की शुरुआत हुई तो, दूसरी तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के विकास के लिए 18 नई नीतियां लॉन्च कीं। कार्यक्रम की शुरुआत में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का अंगवस्त्रम पहनाकर और स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया। कार्यक्रम में विश्वभर से आए हजाओं उद्योगपतियों-निवेशकों ने भाग लिया।
मध्य प्रदेश पर दुनिया के उद्योगपति विश्वास करते हैं, पीएम मोदी
इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राजाभोज की पावन नगरी में आप सबका स्वागत करना मेरे लिए गर्व की बात है। यहां अलग-अलग सेक्टर के साथी आए हुए हैं। विकसित मध्यप्रदेश से विकसित भारत के इस भव्य आयोजन के लिए मैं मुख्यमंत्री मोहन यादव और उनकी पूरी टीम को बधाई देता हूं। भारत के इतिहास में ऐसा अवसर पहली बार आया है, जब दुनिया भारत को लेकर आशान्वित है। पूरी दुनिया में सामान्यजन हो, एक्सपर्ट हो या संस्थाएं हों, सभी को भारत से बहुत आशाएं हैं। पिछले कुछ हफ्तों में जो कमेंट्स आए हैं, वो भारत में हर निवेशक का उत्साह बढ़ाएंगे। विश्व बैंक ने कहा है कि भारत आने वाले वर्षों में ऐसे ही तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बना रहेगा। कुछ दिन पहले क्लाइमेंट चेंज पर यूएन की एक संस्था ने भारत को सोलर पावर की सुपर संस्था कहा था। उन्होंने कहा कि भारत जो कहता है करके दिखाता है। हाल में एक रिपोर्ट आई है, जिसमें कहा गया है कि भारत एक ग्लोबल सप्लाई चेन के रूप में उभर रहा है। ऐसे कई उदाहरण हैं, जो भारत के ऊपर दुनिया के विश्वास को दर्शाते हैं। यही विश्वास हम मध्यप्रदेश में महसूस कर रहे हैं। मध्यप्रदेश आबादी के हिसाब से देश का पांचवा बड़ा प्रदेश है। कृषि में अग्रणी है। खनन में भी आगे हैं। इसे मां नर्मदा का आशीर्वाद मिला है।
एमपी में लॉजिस्टिक्स की अपार संभावनाएं- पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में वो क्षमता है, जो देश के शीर्ष 5 राज्यों में आ सकता है। एक समय था जब यहां बिजली-पानी और कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर थी। उन हालातों में औद्योगिकीकरण का विकास असंभव था। बीजेपी सरकार आई तो स्थिति सुधरी है। 2 दशक पहले लोग मध्यप्रदेश में निवेश करने से डरते थे। जिस मध्यप्रदेश में बसें तक ठीक से नहीं चल पाती थीं, वो एमपी इलेक्ट्रिक व्हीकल के मामले में तेज गति से बढ़ रहा है। जनवरी 2025 तक यहां 2 लाख ईवी रजिस्टर हुए हैं। मैं सीएम मोहन यादव को बधाई देता हूं कि उन्होंने 2025 को उद्योग वर्ष के रूप में मनाने का फैसला लिया है। देश में इंक्रा विकास का फायदा मध्यप्रदेश को मिला है। दिल्ली-मुंबई नेशनल हाइवे का बड़ा हिस्सा यहीं से गुजरता है। यहां 5 लाख किमी का रोड नेटवर्क है। मध्यप्रदेश में लॉजिस्टिक्स की अपार संभावनाएं हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हवाई क्षेत्र में ग्वालियर और जबलपुर के एयरपोर्ट को विस्तार दिया है। यहां 100 फीसदी रेल नेटवर्क को इलेक्ट्रिफाइ किया जा चुका है। रानी कमलापति स्टेशन की तस्वीरें मन मोह लेती हैं। इसी तर्ज पर प्रदेश के 80 रेलवे स्टेशनों को विकसित किया जा रहा है। ग्रीन एनर्जी सेक्टर में 5 ट्रिलियन डॉलर रिनुएबल एनर्जी में निवेश हुआ है। एनर्जी सेक्टर में आए बूम का मध्यप्रदेश को लाभ मिला है। यहां 31 हजार मेगा वॉट सरप्लस एनर्जी है, जिसमें 30 फीसदी रिन्युएबल एनर्जी है। कुछ दिन पहले ओंकारेश्वर में सोलर प्रोजक्ट का शुभारंभ हुआ है।
टेक्सटाइल-टूरिज्म-टेक्नोलॉजी देश के विकास को गति देंगे- पीएम मोदी
उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में 300 से ज्यादा इंडस्ट्री जोन हैं। आप सभी के लिए यहां निवेश की अपार संभावनाएं हैं। हम जल संरक्षण को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। हाल में 45 हजार करोड़ के केन-बेतवा लिंक प्रोजेक्ट की आधार शिला रखी गई है। 10 लाख हेक्टेयर भूमि की सिंचाई क्षमता बढ़ेगी। प्रदेश में कपड़ा उद्योग और फूड प्रोसेसिंग सेक्टर बढ़ेगा। डबल इंजन सरकार में प्रदेश की विकास दर को नई ऊंचाई मिलेगी।
इस साल के बजट में हमने टैक्स स्लैब को री-स्ट्रक्चर किया है। आरबीआई ने भी ब्याज दरें घटाई हैं। हमारी सरकार ने लोकल सप्लाई चेन पर जोर दिया है। एक समय था जब एमएसएमई की क्षमताओं को दरकिनार किया गया था। हमने एमएसएमई केंद्रित सप्लाई चेन का निर्माण किया है। एमएसएमई सेक्टर को गति देने के लिए इन्सेटिव दिए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम राज्यों के साथ निरंतर बात कर रहे हैं। बीते सालों में हमने राज्यों के साथ 40 हजार से ज्यादा कंप्लाइसेंस को खत्म किया है। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में रोड़ा अटकाने वाले कानूनों को खत्म किया है। बजट में हमने बेसिक कस्ट ड्यूटी को कम किया है। हमने लीथियम बैटरी जैसे नए क्षेत्रों में निवेश संभावाओं को बल दिया है। तीन सेक्टर, टेक्सटाइल, टूरिज्म और टेक्नोलॉजी आगामी वर्षों में देश के विकास को गति देंगे। मध्यप्रदेश कपड़ा उद्योग और कॉटन सप्लाई में देश का सबसे बड़ा उत्पादक है। मलबरी सिल्क और चंदेरी साड़ियां बहुत पसंद की जाती हैं। आप सभी सरकार की पीएम मित्र स्कीम से परिचित हैं। देश में 7 बड़े टेक्सटाइल पार्क बन रहे हैं, इनमें से एक मध्यप्रदेश में है।
एमपी में टूरिज्म की अपार संभावनाएं- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के टूरिज्म सेक्टर में एमपी अजब भी है और गजब भी है। नर्मदा के किनारे टूरिज्म का विकास हुआ है। मेडिकल टूरिज्म की भी यहां अपार संभावनाएं हैं। हेल्थ एंड वेलनेस को लेकर आगे बढ़ रहा है। आप यहां आए हैं तो उज्जैन में महाकाल महालोक देखने जरूर जाएं। आपको बाबा महाकाल का आशीर्वाद तो मिलेगा ही साथ में नए अनुभव मिलेंगे। मैंने पहले भी कहा है कि यही समय है, सही समय है। आपके लिए मध्यप्रदेश में निवेश का यही सही समय है।
विकसित भारत के लिए एमपी भी प्रतिबद्ध- सीएम डॉ. यादव
दूसरी ओर, सीएम डॉ. यादव ने कहा कि हमारा सौभाग्य है, विश्व के सर्वाधिक लोकप्रिय और हम सब को गौरवान्वित करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में मध्य प्रदेश आज के ऐतिहासिक आयोजन का साक्षी बनने जा रहा है। इसका महत्व इस नाते से और बढ़ जाता है प्रधानमंत्री मोदी की उपस्थिति आज भोपाल में एक नया रिकॉर्ड भी बना रही है। आमतौर पर भोपाल शब्द को जैसे ही गूगल पर सर्च करें तो भोपाल गैस त्रासदी की एक काली छाया नजर आती है। आज पीएम मोदी की मौजूदगी के बाद अब हमारा भोपाल ग्लोबल रूप से एक नई पहचान बनाने जा रहा है। प्रदेश में उद्योग-निवेश की अनंत संभावनाएं हैं। अनंत संभावनाएं केवल एक विचार नहीं बल्कि मध्य प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र में अवसरों की व्यापकता को दर्शाने वाला दृष्टिकोण है। प्रधानमंत्री मोदीा ने "सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास, सबका विश्वास" का मंत्र दिया है। इसमें संदेश समाहित है कि जब संभावनाओं के अनंत आकाश में हम सब मिलकर आशाओं की ज्योति जलाते हैं, तो एक नहीं बल्कि सभी के आंगन रोशन होते हैं। यही हमारी सनातन संस्कृति की गौरवशाली विरासत भी है। भारतवासियों ने पीएम मोदी के नेतृत्व में देश को 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया है। हमारा लक्ष्य देश को 35 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है। विकसित भारत के इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विकसित मध्य प्रदेश अपना योगदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किया एमपी में निवेश का प्रयास- मुख्यमंत्री डॉ. यादव
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि हमने आगामी 5 वर्षों में राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने का संकल्प लिया है। इसके लिए हमने निवेश और औद्योगिक यात्रा 1 साल पहले उज्जैन से रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव के रूप में शुरू की। उज्जैन के बाद जबलपुर, ग्वालियर, सागर, रीवा, शहडोल और नर्मदापुरम में भी रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव की। हमने इस रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव को और सफल बनाने के लिए देश के अन्य राज्यों खासकर मुंबई, कोयंबटूर, बैंगलोर, कोलकाता, पुणे, दिल्ली में इन्वेस्ट एमपी के रोड शो किए। देश के साथ-साथ हमने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यूके-जर्मनी-जापान में भी उद्योगपतियों-निवेशकों को राज्य में निवेश के लिए प्रेरित किया।
इस यात्रा में हमने उद्योगपतियों से लगातार संवाद किया और उनकी जरूरतों-भविष्य की चुनौतियों को समझने का प्रयास किया। इसके साथ ही हमने निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए रोड मैप तैयार किया। हम अपनी निवेश नीतियों और निवेश फ्रेंडली इकोसिस्टम पर लगातार काम कर रहे हैं। हम इसके लिए 18 नीतियां भी लेकर आए हैं। हमारा प्रयास है कि इन नीतियों से उद्योग जगत की आवश्यकताओं को जोड़कर विकास करना है।
राज्य में निवेश के लिए सारी सुविधाएं - सीएम डॉ. मोहन यादव
सीएम यादव ने कहा कि हमने कई नए क्षेत्रों को भी ध्यान में रखते हुए सरल, निवेश अनुकूल और प्रासंगिक नीतियों का निर्माण किया है।नीतियों का प्रभावी क्रियान्वयन, सरलीकृत व्यापार और बाधा रहित व्यवसाय हमारी उच्च प्राथमिकता है। इसके लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जनविश्वास अधिनियम पारित किया गया है। इसके उद्देश्य जटिल एवं अप्रासंगिक प्रावधानों को कम करना, सिंगल विंडो सिस्टम को बेहतर बनाना, शासन में पारदर्शिता लाना, मध्य प्रदेश निवेश के प्रयास हेतु लगातार प्रयास कर रहा है। इसीलिए हमने वर्ष 2025 को "उद्योग एवं रोजगार वर्ष" मनाने का निर्णय लिया है। मध्य प्रदेश में सरप्लस बिजली है, भरपूर पानी है, विशाल लैंड बैंक है और कुशल मानव संसाधन है। यहां की कानून व्यवस्था भी अनुकूल है। केंद्र-राज्य की डबल इंजन सरकार सभी निवेशकों के लिए एक सरल, प्रभावी एवं त्वरित गति से चलने वाले वातावरण को उपलब्ध करा रही है। यही औद्योगिक विकास के लिए इकोसिस्टम का काम करेगा। सकल घरेलू उत्पाद (जीएसडीवी) में मध्य प्रदेश बड़े राज्यों की श्रेणी में सर्वाधिक तेज गति से बढ़ने वाले राज्यों में मुख्य स्थान पर है। मध्य प्रदेश में भाजपा की सरकार ने आधोंसंरचना के विकास के अभूतपूर्व उपलब्धियां हासिल की हैं। मेगा फुटवियर क्लस्टर, नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण निर्माण, पीएम मित्र पार्क सहित कई बड़े प्रोजेक्ट पर हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं।
पर्यटन पर विशेष फोकस
उन्होंने कहा कि हम 6 नए औद्योगिक विकास क्षेत्र स्थापित कर रहे हैं। 13 नए औद्योगिक पार्क न केवल पूर्ण हो रहे हैं, बल्कि 20 और औद्योगिक पार्कों की आधारशिला रखी जाएगी। सेमिकंडक्टर पार्क, नए आईटी पार्क के माध्यम से राज्य में रोजगार की वृद्धि की जाएगी। हमारे प्रदेश में पर्यटन की भी अपार संभावनाएं हैं। हम केवल बाबा महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग जैसे धार्मिक पर्यटनों को बढ़ावा दे रहे हैं, बल्कि इससे जुड़े ओरछा, दतिया,भोजपुर, भीमबेठका सहित वन्य जीव का इकोसिस्टम तैयार कर रहे हैं। इससे लोग मध्यप्रदेश की ओर आकर्षित हो रहे हैं। हम आम पर्यटन के साथ-साथ फॉरेस्ट-मेडिकल टूरिज्म को भी बढ़ावा दे रहे हैं। हम "अतिथि देवों भव:" के भाव को चरित्रार्थ करेंगे। बड़े से बड़ा और छोटे से छोटा निवेशक भी हमारे लिए अतिथि है। सभी के लिए मध्य प्रदेश में अनंत संभावनाएं है। इस अनंत संभावना को विकास में फलीभूत करने के लिए मध्यप्रदेश सरकार अपनी प्रतिबद्धता दोहराने के लिए तत्पर है।
मिशन ज्ञान पर पूरा ध्यान
मध्य प्रदेश सरकार ने गरीब-युवा-अन्नदाता-महिलाओं को केंद्र में रखते हुए चार मिशन शुरू किए हैं। एक तरफ हम जब नर्मदा से मालवा, निमाड़ क्षेत्र को विकसित कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री मोदी ने केन-बेतवा लिंक परियोजना और पार्वती कालीसिंध चंबल लिंक योजना के माध्यम से राज्य के विकास को एक नई दिशा दिखाई है। इस नदी जोड़ो योजना से प्रदेश की 41 लाख आबादी को पेयजल मिलेगा, 9 लाख हेक्टेयर से ज्यादा क्षेत्र में सिंचाई होगी। औद्योगिक क्षेत्र को भी जल मिलेगा। रीवा और ओंकारेश्वर के सौर ऊर्जा संयंत्र देश को रिन्यूएबल एनर्जी में नई दिशा दिखा रहे हैं। औद्योगिक इंडस्ट्रियल कॉरिडोर, उद्योग संरचना, शहरी विकास, हवाई सेवा, शिक्षा, चिकित्सा, नेशनल हाईवे, पर्यटन, पर्यावरण, कृषि सहित सभी क्षेत्रों में अत्याधुनिक तकनीकि और गुणवत्ता के साथ राज्य प्रगति कर रहा है। विचारों से योजना के साकार होने तक, कृषि से सेमीकंडक्टर तक, निर्माण से लेकर निर्यात तक, आईटी से लेकर फिल्म टूरिज्म तक मध्यप्रदेश एक बेहतर भविष्य को आकर दे रहा है। हमारे प्रदेश की विशेषता है कि एक बार जो यहां आता है वह यहीं का रह जाता है।