राहुल गांधी द्वारा गुजरात में दिया गया भाषण, मध्य प्रदेश के फीडबैक पर आधारित था और उसे भाषण का सबसे पहला असर भी मध्य प्रदेश में ही दिखाई देने वाला है। राहुल गांधी द्वारा ग्रीन सिग्नल दे दिए जाने के बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी से लगभग 500 फूल छाप कांग्रेसियों को आउट करने की तैयारी शुरू हो गई है।
इसी महीने होगी अनुशासन कमेटी की बैठक
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सज्जन सिंह वर्मा ने पत्रकारों को बताया कि, जानकारी तो सबको है लेकिन कार्रवाई नहीं होती थी। विधानसभा चुनाव 2023 और लोकसभा चुनाव 2024 की सैकड़ो शिकायत पेंडिंग है। अब राहुल गांधी के बयान के बाद प्रदेश प्रभारी से बात करेंगे और अनुशासन कमेटी की बैठक बुलाकर फूल छाप कांग्रेसियों को पार्टी से बाहर करेंगे। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों का कहना है कि, मध्य प्रदेश में सब कुछ स्पष्ट है। यहां कुछ परिवार तो ऐसे हैं जो सत्ता के साथ रहते हैं। परिवार के आगे लोग भाजपा में और आधे कांग्रेस में है। जो पार्टी पावर में रहती है, परिवार उसके लिए काम करता रहता है।
मध्य प्रदेश में बड़े पावरफुल हैं फूल छाप कांग्रेसी
राहुल गांधी ने जो मुद्दा आज गुजरात में उठाया है, मध्य प्रदेश में पिछले 15 सालों से उठाया जा रहा है। यहां की कांग्रेस पार्टी में फूल छाप कांग्रेसियों की संख्या काफी ज्यादा है। सिर्फ संख्या ही ज्यादा नहीं है बल्कि पावरफुल भी है। मध्य प्रदेश की राजनीति में कुछ वर्ष तो ऐसे भी बीते हैं जब कोई पार्टी या विचारधारा नहीं बल्कि सिंडिकेट पावर में था। भाजपा में और कांग्रेस में, दोनों पार्टियों में कई बड़े नेता इस सिंडिकेट के सदस्य हुआ करते थे।
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