RAM KRISHNA MEDICAL COLLEGE HOSPITAL AND RESEARCH CENTRE, BHOPAL में सेकंड ईयर की छात्रा रिमझिम श्रीवास्तव उम्र 21 वर्ष की संदिग्ध की मृत्यु हो गई। उसकी डेड बॉडी उसी के रेजिडेंस में फांसी के फंदे पर लटकी हुई मिली। रिमझिम श्रीवास्तव उज्जैन की रहने वाली थी। उसके पिता संजय श्रीवास्तव एक फार्मा कंपनी में डीसीएम हैं। मृत्यु के 3 घंटे पहले रिमझिम की माता-पिता से मुलाकात हुई थी। सब कुछ सामान्य था। रिमझिम के फ्लैट से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। परिवार ने निष्पक्ष पुलिस इन्वेस्टिगेशन की मांग की है।
7:00 बजे मुलाकात हुई थी, 10:00 बजे मौत की खबर आ गई
उज्जैन के श्री संजय श्रीवास्तव ने बताया कि उनकी बेटी रिमझिम श्रीवास्तव, पढ़ाई में काफी अच्छी थी। फर्स्ट ईयर में पूरे कॉलेज में थर्ड रैंक आई थी। उन्होंने बताया कि एक मीटिंग के सिलसिले में वह भोपाल आए थे। रिमझिम से मिलने के लिए उनकी पत्नी भी साथ में आई थी। मुलाकात के दौरान रिमझिम बिल्कुल सामान्य थी। कोई तनाव नहीं था। रिमझिम के चाचा श्री एसपी श्रीवास्तव ने बताया कि, उसके तीन दोस्त लगातार उसे कॉल कर रहे थे। पिता श्री संजय श्रीवास्तव ने बताया कि शाम 7:00 बजे वह भोपाल से उज्जैन के लिए रवाना हुए। जब सोनकच्छ के पास पहुंचे तो उन्हें फोन पर बताया गया कि रिमझिम ने सुसाइड कर लिया है।
पुलिस को दरवाजा टूटा हुआ मिला
पुलिस थाना कोलार के सब इंस्पेक्टर जोगिंदर नेगी ने बताया कि, तीन लड़कों ने उन्हें घटना की सूचना दी थी। लड़कों ने बताया कि, कई बार कॉल करने के बाद भी जब रिमझिम ने फोन रिसीव नहीं किया तो, उसे देखने के लिए उसके फ्लैट पर पहुंचे थे। दरवाजा खटखटाया तो कोई जवाब नहीं मिला। दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंचे तो देखा कि, रिमझिम की डेड बॉडी फांसी के फंदे पर लटकी हुई है। घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है।
तीनों लड़के रिमझिम को फोन क्यों कर रहे थे
रिमझिम के चाचा श्री एसपी श्रीवास्तव का सवाल है कि, घटना के तत्काल बाद कॉलेज प्रशासन ने रिमझिम के तीनों दोस्तों को छुट्टी पर भेज दिया, जबकि इससे पहले रिमझिम ने बताया था कि कॉलेज वाले होली की छुट्टी नहीं दे रहे हैं। इसलिए वह उज्जैन नहीं आ पाएगी। घटना के बाद तीन लड़कों को अचानक छुट्टी पर भेज देना, कॉलेज प्रशासन को शक के दायरे में लाता है। श्री एसपी श्रीवास्तव का कहना है कि रिमझिम के मोबाइल की फोरेंसिक जांच होनी चाहिए। पूरे मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, क्योंकि रिमझिम के पास आत्महत्या का कोई कारण नहीं था। यह जानना भी जरूरी है कि तीनों लड़के, रिमझिम को लगातार फोन क्यों लग रहे थे।
कॉलेज मैनेजमेंट की ओर से इस मामले में समाचार लिखे जाने तक कोई स्टेटमेंट नहीं आया था। विनम्र अनुरोध कृपया हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें। सबसे तेज अपडेट प्राप्त करने के लिए टेलीग्राम चैनल सब्सक्राइब करें एवं हमारे व्हाट्सएप कम्युनिटी ज्वॉइन करें। इन सबकी डायरेक्ट लिंक नीचे स्क्रॉल करने पर मिल जाएंगी। भोपाल से संबंधित महत्वपूर्ण समाचार पढ़ने के लिए कृपया स्क्रॉल करके सबसे नीचे POPULAR Category में Bhopal पर क्लिक करें।