लो जी, उस चश्मा का सफल प्रदर्शन हो गया है, जिसे बनाने के लिए दुनिया भर की टेक कंपनियां ट्राई कर रही थी। Google ने इसे बनाया और इसका सफल प्रदर्शन किया। यह एक ऐसा चश्मा है, जिसे पहनकर आप वह सब कुछ कर सकते हैं, जिसकी काल्पनिक कहानियों को भी झूठ माना जाता था। इस चश्मे को पहनकर आप किसी भी परीक्षा में खुलेआम नकल कर सकते हैं। कौन बनेगा करोड़पति के हर सवाल का जवाब दे सकते हैं। आप चीन की भाषा के अक्षरों को पहचान भी नहीं पाए फिर भी इस चश्मे को पहनकर आप चीनी भाषा में लिखी गई किताब को अपनी भाषा में पढ़कर सुना सकते हैं। यह तो कुछ भी नहीं है...
TED 2025 में AR Glasses का प्रदर्शन
TED संस्था की flagship annual conference TED 2025 में गूगल द्वारा Smart Glasses का प्रदर्शन किया गया। यह टेक्नोलॉजी कंप्यूटर और स्मार्टफोन की अगली पीढ़ी है। इसे Computing Platform कहा जा रहा है। इस चश्मे को AR Glasses कहा गया है जिसका फुल फॉर्म ऑगमेंटेड रियलिटी ग्लासेस (Augmented Reality Glasses) है। Android XR हेड शाहराम इजादी और गूगल प्रोडक्ट मैनेजर निष्ठा भाटिया ने वैंकूवर TED2025 में स्वयं पहनकर प्रदर्शन किया।
AR Glasses Special features
- दूर से देखने पर सामान्य चश्मा लगता है परंतु अपने आप में एक कंप्यूटर से भी ज्यादा है।
- यह आपके स्मार्टफोन से कनेक्ट रहता है।
- आपके स्मार्टफोन में जो कुछ भी है वह आपको चश्मे की स्क्रीन पर दिखाई दे जाएगा।
- इस चश्मे को Google Gemini AI से इंटीग्रेटेड किया गया है।
- जो जानकारी आपके स्मार्टफोन में नहीं है, GGAI की मदद से आपको वह जानकारी भी मिल जाएगी।
- आप किसी भी सवाल का जवाब दे सकते हैं।
- गूगल मैप का उपयोग कर सकते हैं।
- दुनिया की किसी भी भाषा को ट्रांसलेट करके अपनी भाषा में पढ़ सकते हैं।
- लाइव क्रिकेट मैच देख सकते हैं।
- वह सब कुछ कर सकते हैं जो आपका कंप्यूटर, आपका स्मार्टफोन और AI, तीनों मिलकर कर सकते हैं।
AR Glasses launch date
सिर्फ 5 दिन पहले इसके प्रोटोटाइप का प्रदर्शन किया गया है और दुनिया भर से इसकी डिमांड आ रही है। लोग जानना चाहते हैं कि Google AR Glasses कब लांच होने वाले हैं और उनकी कीमत क्या है। Google ने इसके बारे में कुछ नहीं बताया है। हमेशा की तरह बाजार में उत्सुकता बढ़ाई जा रही है। होना भी चाहिए। यह एक ऐसा प्रोडक्ट है जिसे 21वीं शताब्दी के प्रारंभ से बनाने का प्रयास किया जा रहा है। 2013 में पहली बार Google ने बनाया लेकिन फेल हो गया। 2015 में Microsoft ने बनाया लेकिन फेल हो गया। 2024 में Meta प्रोटोटाइप पेश किया था परंतु आज तक लॉन्च नहीं कर पाए। मार्क जुकरबर्ग तो अब AR Glasses के बारे में बात तक नहीं करते। Apple वैसे भी टेक्नोलॉजी की रेस में शामिल नहीं होता। उसका अपना आईफोन Samsung के कारखाने में बनता है।
AR Glasses Price
अभी तो सिर्फ प्रोटोटाइप का प्रदर्शन हुआ है। यह भी नहीं बताया गया है कि प्रोटोटाइप में कितना पैसा खर्च हुआ है। इसलिए दुनिया भर में अभी तो कोई भी नहीं कह सकता कि AR Glasses की कीमत क्या होगी परंतु । पिछले साल एप्पल ने Vision Pro नामक मिक्स्ड-रियलिटी AR/VR हेडसेट लॉन्च किया, जिसकी कीमत $3,500 थी। AR/VR हेडसेट और AR Glasses के बीच में उतना ही अंतर है, जितना घर के अंदर खेलते छोटे बच्चों के स्कूटर और आपके इलेक्ट्रिक स्कूटर में होता है।
Sarcastic comment
वैसे यदि इसकी कीमत $10000 भी हुई तो भारत के कुछ लोगों के लिए महंगा नहीं है क्योंकि यहां तो पटवारी और प्राथमिक शिक्षक भर्ती परीक्षा में 25-25 लाख रुपए दे देते हैं। UPSC और राज्य की PSC कैंडिडेट्स ग्लास की जगह लेंस मांगेंगे फिर चाहे कीमत $50000 क्यों ना हो जाए।
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